योग एक प्राचीन अभ्यास है जो भारत में 5,000 साल पहले उत्पन्न हुआ था। यह एक पूर्णतावादी तंत्र है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यासों को संगठित करने का लक्ष्य रखता है। योग दोषों को दूर करके शांति, समन्वय और संतुलन की अनुभूति करने का उद्देश्य रखता है।
योग में शरीर और मन एक संगठित समूह के रूप में देखे जाते हैं, और इस अभ्यास में विभिन्न शारीरिक आसन, सांस लेने की तकनीकें, ध्यान और नैतिक सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है। योग मन, शरीर और आत्मा को एक साथ मिलाकर गहरी आराम और आंतरिक शांति की स्थिति प्राप्त करने का उद्देश्य रखता है।
योग कई विभिन्न शैलियों में उपलब्ध है, जिसमें से कुछ लोकप्रिय शैलियां हैं, जैसे हाथा योग, विन्यास योग, बिक्रम योग, अष्टांग योग, आरामदायक योग, कुण्डलिनी योग और आयेंगार योग। हर शैली के पीछे एक ही सिद्धांत होते हैं: अंतर्दृष्टि, ध्यान |