योगासन के कितने प्रकार होते हैं ?

योग कई विभिन्न प्रकार के होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य प्रकार हैं:

  1. हठ योग: यह एक सौम्य योग है जो मूल आसनों और श्वास लेने की तकनीकों को जोर देता है। यह नए लोगों के लिए शुरुआत करने के लिए एक अच्छी जगह है और साथ ही शारीरिक लचीलापन और तनाव को कम करने में भी फायदेमंद होता है।
  2. विन्यास योग: यह एक और गतिशील योग है जो एक एक से दूसरे आसन में बदलते हुए एक अनुक्रम में आता है। यह श्वास नियंत्रण पर जोर देता है और शरीर और मन दोनों के लिए एक अच्छा वर्कआउट होता है।
  3. बिक्रम योग: यह योग को हॉट योग भी कहा जाता है जो एक गर्म कमरे में 26 आसनों की एक निश्चित अनुक्रम पर ध्यान केंद्रित करता है। गर्मी को शरीर से टॉक्सिन हटाने और लचीलापन को बढ़ाने के लिए इसका उद्देश्य होता है।
  4. अष्टांग योग: यह शारीरिक रूप से अधिक मांग करने वाला योग है जो एक निश्चित अनुक्रम में एक निश्चित तरीके से किया जाता है।
  1. इयेंगर योग: इस योग का ध्यान अधिकतर शारीरिक रूप से सही आसनों पर होता है जो शारीर के संरचना को ठीक करते हैं और दृढ़ता को बढ़ाते हैं। इसका उद्देश्य शारीरिक समझ को विकसित करना होता है।
  2. कुण्डलिनी योग: इस योग का मुख्य उद्देश्य कुण्डलिनी शक्ति को जागृत करना होता है, जो शरीर में स्थित होती है। यह शरीर के ऊर्जा केंद्र को स्थायित्व देने में मदद करता है और सत्य से जुड़ने में मदद करता है।
  3. जीवन उत्साह योग: इस योग का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीना होता है। यह ध्यान, श्वास प्रणायाम और योग निद्रा जैसे तकनीकों का उपयोग करता है।
  4. स्थूल योग: इस योग में, शारीरिक आसनों को सही ढंग से करने का जोर होता है और शारीरिक लचीलापन को कम करने का उद्देश्य होता है। इसमें श्वास को नियंत्रित करने की तकनीकें भी होती हैं जो मन को शांत और शरीर को स्थिर बनाने में मदद करती हैं।

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